
डिण्डौरी-जिले के जनपद शहपुरा अन्तगर्त जनपद सदस्य शांति धुर्वे ने पूर्व में ग्राम पचायत मालपुर,बिलगाव,पिपरिया कला,एव ढोढा के सरपच सचिव के विरूध्द अनिमियता के आरोप लगा शिकायत की थी जिसके बाद जनपद के प्रभारी सीईओ ने मामले में जांच समिति बना प्रतिवेदन मागा था जानकारी अनुसार जांच समिति मे प्रभारी एसडीओ पवन पटेल,उपयत्री विकास खरे सहित अन्य को शामिल किया था परन्तु जाच टीम व्दारा जांच नही की गई जिससे जनपद सदस्य भी नाराज थी वही गत दिवस प्रभारी सीईओ ने जांच टीम मे शामिल सदस्यो को पुन स्मरण पत्र जारी कर आगामी एक सप्ताह में जांच प्रतिवेदन मागा है।

गभीर है शिकायत,जांच मे हो सकता है बडा खुलासा

गौरतलब है कि जनपद सदस्य शाति धुर्वे ने आरोप लगाया है कि जनपद पंचायत के 15ये वित आयोग की राशि जनपद सदस्य की अनुशंसा अनुसार ग्राम पंचायत बिलगांव में 2022-23 में नाली निर्माण कार्य हेतु राशि प्रदान की गई थी फिर भी कार्य आज दिनांक तक चालू नहीं किया गया है जिससे लापरवाही एवं अनियमितताओं को दर्शाता है।इसी प्रकार ग्राम पंचायत पिपरिया में 15वे वित्त आयोग की राशि जनपद सदस्य के अनुसार ग्राम पंचायत पिपरिया 2021-22 में नलजल विस्तारीकरण के लिए राशि प्रदान की गई थी एवं तालाब निर्माण कार्य शौचालय निर्माण कार्य तथा ग्रेवल रोड निर्माण कार्य पलकी चैराहा से जंगल किनारे तक होना सुनिश्चित था जिसमें उक्त ग्रेवल रोड में केवल एक परत कार्य करवा कर राशि गवन कर लिया गया है जिस कारण उक्त कार्यों की जांच किया जाना अनिवार्य है।
इसी प्रकार मनरेगा मद में किए गए निर्माण कार्यों में जैसे वृक्षा रोपण, कंटूर ट्रंच, एवं गली प्लगों में सामाग्री एवं परिवहन के नाम पर फर्जी बिल व्हाऊचर लगा कर भुगतान करवाया गया है जिसकी जांच किया जाकर सुनिश्चित कार्यवाही की जाए।ग्राम पंचायत मालपुर में नाली निर्माण कार्य के लिए वर्ष 202-22 में प्रदान की गई 15वे वित्त की राशि से आज दिनांक तक निर्माण कार्य नहीं कया गया है।यह कि ग्राम पंचायत ढोढा में बाऊड्रीबॉल के नाम से बिना निर्माण कार्य कराए ही राशि का आहरण कर लिया गया है एवं मनरेगा के अंतर्गत विभिन्न निर्माण कायों में जमकर लापरवाही की गई है निर्माण कार्यों में जैसे पृक्षारोपण, टूर ट्रंच, एवं गली प्लगों में सामाग्री एवं परिवहन के नाम पर फर्जी बिल व्हाऊचर लगाकर भुगतान करवाया गया है जिसका जांच किया जाकर सुनिश्चित कार्यवाही की जाए।इसी प्रकार उक्त पंचायतों में 5ये वित्त आयोग 140 वित्त आयोग एवं 15वे वित्त आयोग तथा पंचपरमेश्वर एवं मनरेगा के तहत कराए गए कार्यों में नियम के विरूद्ध राशियों का दुरुपयोग किया गया है तथा शासन के नियम निर्देशों का पालन नहीं किया गया है गाईडलाईन के विरुद्ध पंचायतों में मानदेय भुगतान, किराना सामाग्री का भुगतान, एवं कार्यालय व्यय के नाम से अन्य बिलों का भुगतान अपने चहेते सप्लायरों के नाम से फर्जी बिलों के माध्यम से आहरण किया गया है जबकि शासन के नियमानुसार 15वे वित्त की राशि से मानदेय, किसी भी प्रकार के स्थापना व्ययः टेंट किराया सांस्कृतिक कार्यक्रम लोकार्पण कार्यक्रम वाहन स्वलपाहार पर व्यय आदि के लिए नहीं किया जाता है।
