
डिण्डौरी। सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही पर लगाम लगाने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने भले ही सार्थक एप के माध्यम से ऑनलाइन हाजिरी दर्ज करने के निर्देश दिए हों लेकिन सार्थक एप भी शिक्षा विभाग के लिए सार्थक साबित नही हो पा रहा है। ग्रामीण इलाकों में कई सरकारी स्कूलों में प्रधानाध्यापक और अध्यापक हर रोज देरी से स्कूल पहुंच रहे हैं। शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के उद्देश्य से सार्थक एप के माध्यम से स्कूलों में शिक्षकों की विद्यालयीन समय पर उपस्थिति दर्ज हो इसे दृष्टिगत रखते हुए यह प्रक्रिया शुरू की गई है लेकिन बुधवार को बजाग विकास खण्ड के सरवाही गांव में छह शिक्षकों बाले पीएम श्री हाईस्कूल में इसका असर दिखाई नहीं दे रहा है। साढ़े दस बजे तक कोई शिक्षक विद्यालय नही पहुंचे थे। बच्चों की प्रार्थना के दौरान पहले एक शिक्षक पहुंचे और फिर कुछ देर बाद स्कूल की प्राचार्य पहुंचीं। प्राचार्य ने बताया कि स्कूल में छह शिक्षक हैं जिनमे से दो शिक्षकों को मीटिंग में भेजा गया है बाकी के दो शिक्षकों के बारे में उन्हें कोई जानकारी नही, वहीं इस मामले में एसडीएम ने लापरवाह शिक्षकों पर कार्रवाई की बात कही है।

इनका कहना है:

कई स्कूलों में शिक्षकों के स्थानांतरण हो जाने के कारण उनकी मौजूदगी अस्थिर है। सभी स्कूलों के शिक्षकों के समय पर विद्यालय में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए है लापरवाही सामने आने पर कार्यवाही की जाएगी।
तीरथ परस्ते, बीईओ बजाग
