
डिंडौरी।गुरुपूर्णिमा के पावन अवसर पर जहाँ पूरे देशभर में श्रद्धालु अपने-अपने गुरुओं का पूजन व सम्मान कर आशीर्वाद प्राप्त कर रहे थे, वहीं मध्यप्रदेश के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल अमोलेश्वरधाम (अमोलखोह) आश्रम में भी यह पर्व अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया गया।डिंडौरी और उमरिया जिला की सीमा पर स्थित यह अमोलेश्वरधाम आश्रम, हर वर्ष की भांति इस बार भी गुरुपूर्णिमा पर्व का साक्षी बना, जहाँ हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस आयोजन को भव्यता प्रदान की।

कार्यक्रम की शुरुआत में रतनगिरी महाराज जी एवं अन्य साधु-संतों द्वारा आश्रम के मुख्य महंत एवं श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय संगठन महामंत्री, श्री श्री 1008 भगतगिरी बच्चू महाराज जी का पूजन-अर्चन कर आरती उतारी एवं फूलमालाएं अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

इसके पश्चात महाराज श्री ने यहाँ आये जनसमूह को संबोधित करते हुए गुरु-शिष्य परंपरा, भक्ति की महत्ता और जीवन में आध्यात्मिकता के महत्व पर प्रकाश डाला। उनके वचनों से वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया।
जिसके साथ ही यहाँ श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन और नृत्य के माध्यम से अपनी भक्ति अर्पित की, जहाँ भक्तगण झूमते नजर आए। और यहाँ कन्या भोजन, संत भोजन के साथ ही विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
इस शुभ अवसर पर बांधवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक शिवनारायण सिंह भी अपने पूरे परिवार सहित आश्रम पहुंचे और गुरुजी से आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस कार्यक्रम में डिंडौरी, उमरिया सहित आसपास के कई जिलों से आए सैकड़ों साधु-संतों और हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने इस आयोजन को अत्यंत भव्य और ऐतिहासिक बना दिया।
